Ancient india

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चोल वंश का राजनीतिक इतिहास | Political History of Chola Dynasty in Hindi

चोल वंश का राजनीतिक इतिहास (Political History of Chola Dynasty)   परिचय (Introduction) कृष्णा और तुंगभद्रा नदियों से लेकर कुमारीअन्तरीप तक का विस्तृत भूभाग प्राचीन काल में तमिल क्षेत्र का […]

गुर्जर-प्रतिहार, पाल और राष्ट्रकूट : त्रिकोणात्मक संघर्ष | Gurjara-Pratiharas, Palas and Rashtrakutas: Tripartite struggle in Hindi

गुर्जर-प्रतिहार, पाल और राष्ट्रकूट : त्रिकोणात्मक संघर्ष (Gurjara-Pratiharas, Palas and Rashtrakutas: Tripartite struggle)   परिचय (Introduction) सम्राट हर्ष के बाद कन्नौज विभिन्न शक्तियों के आकर्षण का केन्द्र बन गया। इसे […]

गुर्जर प्रतिहार राजवंश | Gurjara Pratihara Dynasty in Hindi

गुर्जर प्रतिहार राजवंश (Gurjara Pratihara Dynasty)   परिचय (Introduction) गुर्जर प्रतिहार राजवंश का प्राचीन भारतीय इतिहास में विशेष स्थान हैं। अग्निकुल के राजपूतों में सर्वाधिक प्रसिद्ध प्रतिहार वंश था, जो […]

पाल राजवंश | Pala Dynasty in Hindi

पाल राजवंश (Pala Dynasty)   परिचय (Introduction) शशांक की मृत्यु (लगभग 637 ई.) के बाद लगभग एक शताब्दी तक बंगाल में अराजकता और अव्यवस्था का वातावरण रहा। 8वीं शताब्दी ई. […]

राष्ट्रकूट वंश | Rashtrakuta Dynasty in Hindi

राष्ट्रकूट वंश (Rashtrakuta Dynasty)   परिचय   (Introduction) राष्ट्रकूट का शाब्दिक अर्थ है- राष्ट्र का मुखिया। राष्ट्रकूट आरम्भ में बादामी के चालुक्यों के सामन्त थे। बादामी के चालुक्य वंश को पराजित […]

बादामी (वातापी) का चालुक्य वंश | Chalukya dynasty of Badami (Vatapi) in Hindi

बादामी (वातापी) का चालुक्य वंश (Chalukya dynasty of Badami (Vatapi)) परिचय (Introduction) बादामी (वातापी) के चालुक्य वंश का उदय आधुनिक कर्नाटक राज्य के बीजापुर जिले में स्थित बादामी (वातापी) नामक […]

पल्लव वंश | Pallava dynasty in Hindi

पल्लव वंश (Pallava dynasty)   परिचय (Introduction) पल्लव का शाब्दिक अर्थ लता है और तमिल भाषा में इसका अर्थ डाकू है। पल्लव अपनी उत्पति ब्रह्मा से मानते है। उनके अभिलेखों […]

वर्धन वंश / पुष्यभूति वंश | Vardhan Dynasty / Pushyabhuti Dynasty in Hindi

वर्धन वंश / पुष्यभूति वंश (Vardhan Dynasty / Pushyabhuti Dynasty) परिचय (Introduction) गुप्त साम्राज्य के पतन के पश्चात् हरियाणा के अम्बाला जिले के थानेश्वर नामक स्थान पर ‘वर्धन वंश’ या […]

गुप्तोत्तर काल में भारतीय समाज | Indian Society in the Post-Gupta Period in Hindi

गुप्तोत्तर काल में भारतीय समाज (Indian Society in the Post-Gupta Period) परिचय  (Introduction) गुप्तोत्तर काल में भारतीय समाज में महत्वपूर्ण परिवर्तन हुए। भारतीय इतिहास में हर्ष की मृत्यु के बाद […]

वल्लभी का मैत्रक वंश

वल्लभी का मैत्रक वंश परिचय गुप्त साम्राज्य के पतन के बाद (लगभग 550 ई.) भारतीय राजनीति में विकेंद्रीकरण और क्षेत्रीयता की भावना को प्रोत्साहन मिला। अनेक स्थानीय शासकों और सामन्तों […]

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